एप से टीबी मरीजों की पहचान ………
सीआईबी इंडिया न्यूज़ ; आनंद गुप्ता , नवी मुंबई – ठाणे ………….
स्वास्थ्य विभाग के कई प्रयासों के बाद भी टीबी मरीजों की संख्या में कमी नहीं आ रही है । आलम यह है कि टीबी मरीजों का सही आंकड़ा जुटाने में भी प्रशासन फेल साबित हो रहा है | सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में उपचार करवा रहे मरीजों की पूरी जानकारी स्वास्थ्य विभाग तक नहीं पहुंच रही है । सरकारी के साथ – साथ निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे टीबी मरीजों का डाटा तैयार करने के लिए डीझबोर्ड नाम का मोबाईल एप तैयार किया गया है । एप तैयार करने वाली डॉ. विशाखादत्त पाटिल के अनुसार एप के जरिए डॉक्टर आसानी से टीबी मरीज की जानकारी क्षय रोग नियंत्रण विभाग के पास भेज सकता है | मरीज का रिकार्ड भी आसानी से रखा जा सकता है । एप में डॉक्टर को मरीज को दी गई दवा के साथ उसकी पूरी जानकारी देनी होगी । ताकि भविष्य में भी मरीज की आसानी से पहचान की जा सकें । टीबी नियंत्रण के लिए सरकार ने सभी डॉक्टरों को टीबी मरीजों की जानकारी संबंधित विभाग को देना अनिवार्य कर दिया है । मरीजों की जानकारी छिपाने पर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश स्वास्थ्य विभाग पहले ही दे चुका है | ऐसे में इस एप के जरिए डॉक्टर कुछ सेकंड में मरीज की जानकारी स्वास्थ्य विभाग से साझा कर सकते हैं । वर्ष 2016 में मुंबई के निजी विचार सरकारी अस्पतालों में टीबी के कुल 42 हजार 115 केस दर्ज हुए हैं जबकि वर्ष 2015 में रोग के चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या 38 हजार 667 थी । रोग की चपेट में आने वाले पीड़ितों में से 51 फीसदी पुरुष और 49 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं । इस प्राणघातक रोग से मासूम बच्चे भी अछूते नहीं हैं |